Best Vittiya Niyojan on BigPSMGyan
₹159.55
From the Publisher
Vittiya Niyojan by Dr. Yogesh Sharma
<img alt="Vittiya Niyojan by Dr. Yogesh Sharma" src="https://images-na.ssl-images-amazon.com/images/G/01/x-locale/common/grey-pixel.gif" class="a-spacing-base a-lazy-loaded" data-src="https://m.media-amazon.com/images/S/aplus-media/vc/cf413649-a5d5-46a3-836b-7ca5cd9474b8.__CR124,157,2473,1530_PT0_SX970_V1___.png"><br />
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विश्वास है कि पुस्तक वित्तीय नियोजन में रुचि रखनेवालों की जिज्ञासाओं, संशयों तथा प्रश्नों का निराकरण करेगी।.
वित्तीय नियोजन (फाइनेंशियल प्लानिंग) पर बाजार में कई पुस्तकें उपलब्ध हैं, लेकिन लेखक ने इस पुस्तक के माध्यम से वित्तीय नियोजन के सिद्धांतों एवं निवेश के उत्पादों की जानकारी को उदाहरण सहित समझाया है। मुद्रास्फीति का प्रभाव, चक्रवृद्धि ब्याज की ताकत, जीवन के वित्तीय लक्ष्य, सि योजना, एस्टेट योजना, बैंकिंग, बीमा, म्यूचुअल फंड, सरकारी ज योजनाएँ, शेयर बाजार, सोना एवं रियल एस्टेट जैसे विषयों को समावेश करते हुए इन क्षेत्रों के जटिल पहलुओं को सीधी-सरल भाषा में स्पष्टता से समझाने की कोशिश की है।
योजना मनुष्य की सबसे बड़ी विशेषताओं में से एक है। जब पैसे की बात आती है, तो योजना को ठोस बनाने की आवश्यकता होती है क्योंकि बहुत सी चीज़ें होती हैं जो आपकी वित्तीय योजना को प्रभावित कर सकती हैं। जैसा कि एलन लेकिन कहते हैं कि ‘फेलिंग टू प्लान इज़ प्लानिंग टू फैल’ यानि अगर आप अपने भविष्य का नियोजन नही करेंगे तो ज़रुर ही असफलता को प्राप्त होंगे। भविष्य की जरूरतों को पूरा करना और जीवन स्तर में सुधार करना आज की योजनाओं पर निर्भर करता है। इसलिए नीचे कुछ कारक है कि वित्त नियोजन क्यों करना चाहिए:
आपात स्थिति:
रोकथाम इलाज से बेहतर है और जब यह पैसे के बारे में हो, तो तैयार रहना पछतावे से बेहतर है। वित्तीय नियोजन में प्राथमिक उद्देश्यों को प्रभावित किए बिना ऐसी स्थितियों के लिए तैयार रहना शामिल है। अपने परिवार को सुरक्षा प्रदान करना वित्तीय योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आपके वित्त नियोजन में म्युचुअल फंड और बीमा के अलावा कैश या बैंक बैलेंस के रूप में भी आपातकाल के लिए पर्याप्त धन होना चाहिये, आम तौर पर इसे आकस्मिकता निधि कहा जाता ही जो कि लगभग 3-4 लाख रुपये कि होनी चाहिए किसी 6 व्यक्ति के परिवार के लिए और इसे इक्कठा करने में एक से दो साल का वक्त लगता है|
दीर्घकालिक लक्ष्य:
जीवन में कुछ लक्ष्य बहुत महत्वपूर्ण हैं: एक पारिवारिक कार, अपना घर, अपने बच्चों की शिक्षा या उनकी शादी हो; इन जरूरतों को पूरा करना एक जिम्मेदारी है और सपना भी। निवेश की जल्दी योजना बनाना बेहतर है क्योंकि निवेश के विकल्प समय की अवधि में उच्च रिटर्न अर्जित कर सकते हैं। अभी से अपने धन का निवेश करने से ऐसे दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करना आसान हो जाएगा यानि निवेश कि शुरुआत का सही समय है जब आप कमाना शुरू करते है न कि 25-30 साल या बच्चे होने पर आदि।
निवृत्ति:
अपने पारिवारिक लक्ष्यों को पूरा करते हुए एक आरामदायक सेवानिवृत्त जीवन का एक सामान्य उद्देश्य है। यदि आप 10 साल से अधिक समय के बाद सेवानिवृत्ति की योजना बना रहे हैं, तो आपको अभी से निवेश करने की योजना बनानी चाहिए क्योंकि लंबी अवधि के लिए निवेश किए जाने पर कंपाउंडिंग का जादू अनुभव होता है। वित्तीय नियोजन आपको सेवानिवृत्ति के लिए पर्याप्त कोष बनाने में मदद करता है, जब खर्च जारी रहता है, लेकिन आय सूखने लगती है। अपने जीवन के लक्ष्यों के लिए निवेश करने पर विचार करना उचित है। सभी के लिए निवृत्ति पर आय एक बडी चिंता होती है क्योंकि सामान्य खर्च तो तब भी लागू होते ही है पर आय के स्त्रोत नही होते इसी कारण से वित्तीय नियोजन में निवृत्ति के लिए नियोजन हमेशा सबसे महत्वपूर्ण रहेगा|
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Dr. Yogesh Sharma
डॉ. योगेश शर्मा शिक्षा: बी.वी.एस.सी. एंड ए.एच., एम.बी.ए. (फाइनेंस), एडवांस वैल्थ मैनेजमेंट, सी.ए.आई.आई.बी., सर्टिफाइड क्रेडिट प्रोफेशनल, सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर। मार्च 2007 से भारतीय स्टेट बैंक में अधिकारी के रूप में बैंकिंग कॅरियर का प्रारंभ। लेखक प्रमाणित वित्तीय सलाहकार हैं।
इन्हें बैंकिंग, रियल एस्टेट एवं फाइनेंशियल प्लानिंग में बारह वर्षों का अनुभव है एवं इन विषयों पर प्रमुख पत्रिकाओं में लेख भी लिखते हैं। संप्रति: यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में मुख्य प्रबंधक के पद पर कार्यरत |
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Publisher : Prabhat Prakashan (1 January 2020); Prabhat Prakashan – Delhi
Language : Hindi
Hardcover : 216 pages
ISBN-10 : 9353229928
ISBN-13 : 978-9353229924
Item Weight : 340 g
Dimensions : 13.97 x 1.6 x 21.59 cm
Country of Origin : India
Packer : Prabhat Prakashan – Delhi
Generic Name : Books
Price: ₹159.55
(as of Mar 28,2024 12:19:38 UTC – Details)
From the Publisher
Vittiya Niyojan by Dr. Yogesh Sharma
विश्वास है कि पुस्तक वित्तीय नियोजन में रुचि रखनेवालों की जिज्ञासाओं, संशयों तथा प्रश्नों का निराकरण करेगी।.
वित्तीय नियोजन (फाइनेंशियल प्लानिंग) पर बाजार में कई पुस्तकें उपलब्ध हैं, लेकिन लेखक ने इस पुस्तक के माध्यम से वित्तीय नियोजन के सिद्धांतों एवं निवेश के उत्पादों की जानकारी को उदाहरण सहित समझाया है। मुद्रास्फीति का प्रभाव, चक्रवृद्धि ब्याज की ताकत, जीवन के वित्तीय लक्ष्य, सि योजना, एस्टेट योजना, बैंकिंग, बीमा, म्यूचुअल फंड, सरकारी ज योजनाएँ, शेयर बाजार, सोना एवं रियल एस्टेट जैसे विषयों को समावेश करते हुए इन क्षेत्रों के जटिल पहलुओं को सीधी-सरल भाषा में स्पष्टता से समझाने की कोशिश की है।
योजना मनुष्य की सबसे बड़ी विशेषताओं में से एक है। जब पैसे की बात आती है, तो योजना को ठोस बनाने की आवश्यकता होती है क्योंकि बहुत सी चीज़ें होती हैं जो आपकी वित्तीय योजना को प्रभावित कर सकती हैं। जैसा कि एलन लेकिन कहते हैं कि ‘फेलिंग टू प्लान इज़ प्लानिंग टू फैल’ यानि अगर आप अपने भविष्य का नियोजन नही करेंगे तो ज़रुर ही असफलता को प्राप्त होंगे। भविष्य की जरूरतों को पूरा करना और जीवन स्तर में सुधार करना आज की योजनाओं पर निर्भर करता है। इसलिए नीचे कुछ कारक है कि वित्त नियोजन क्यों करना चाहिए:
आपात स्थिति:
रोकथाम इलाज से बेहतर है और जब यह पैसे के बारे में हो, तो तैयार रहना पछतावे से बेहतर है। वित्तीय नियोजन में प्राथमिक उद्देश्यों को प्रभावित किए बिना ऐसी स्थितियों के लिए तैयार रहना शामिल है। अपने परिवार को सुरक्षा प्रदान करना वित्तीय योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आपके वित्त नियोजन में म्युचुअल फंड और बीमा के अलावा कैश या बैंक बैलेंस के रूप में भी आपातकाल के लिए पर्याप्त धन होना चाहिये, आम तौर पर इसे आकस्मिकता निधि कहा जाता ही जो कि लगभग 3-4 लाख रुपये कि होनी चाहिए किसी 6 व्यक्ति के परिवार के लिए और इसे इक्कठा करने में एक से दो साल का वक्त लगता है|
दीर्घकालिक लक्ष्य:
जीवन में कुछ लक्ष्य बहुत महत्वपूर्ण हैं: एक पारिवारिक कार, अपना घर, अपने बच्चों की शिक्षा या उनकी शादी हो; इन जरूरतों को पूरा करना एक जिम्मेदारी है और सपना भी। निवेश की जल्दी योजना बनाना बेहतर है क्योंकि निवेश के विकल्प समय की अवधि में उच्च रिटर्न अर्जित कर सकते हैं। अभी से अपने धन का निवेश करने से ऐसे दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करना आसान हो जाएगा यानि निवेश कि शुरुआत का सही समय है जब आप कमाना शुरू करते है न कि 25-30 साल या बच्चे होने पर आदि।
निवृत्ति:
अपने पारिवारिक लक्ष्यों को पूरा करते हुए एक आरामदायक सेवानिवृत्त जीवन का एक सामान्य उद्देश्य है। यदि आप 10 साल से अधिक समय के बाद सेवानिवृत्ति की योजना बना रहे हैं, तो आपको अभी से निवेश करने की योजना बनानी चाहिए क्योंकि लंबी अवधि के लिए निवेश किए जाने पर कंपाउंडिंग का जादू अनुभव होता है। वित्तीय नियोजन आपको सेवानिवृत्ति के लिए पर्याप्त कोष बनाने में मदद करता है, जब खर्च जारी रहता है, लेकिन आय सूखने लगती है। अपने जीवन के लक्ष्यों के लिए निवेश करने पर विचार करना उचित है। सभी के लिए निवृत्ति पर आय एक बडी चिंता होती है क्योंकि सामान्य खर्च तो तब भी लागू होते ही है पर आय के स्त्रोत नही होते इसी कारण से वित्तीय नियोजन में निवृत्ति के लिए नियोजन हमेशा सबसे महत्वपूर्ण रहेगा|
Dr. Yogesh Sharma
डॉ. योगेश शर्मा शिक्षा: बी.वी.एस.सी. एंड ए.एच., एम.बी.ए. (फाइनेंस), एडवांस वैल्थ मैनेजमेंट, सी.ए.आई.आई.बी., सर्टिफाइड क्रेडिट प्रोफेशनल, सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर। मार्च 2007 से भारतीय स्टेट बैंक में अधिकारी के रूप में बैंकिंग कॅरियर का प्रारंभ। लेखक प्रमाणित वित्तीय सलाहकार हैं।
इन्हें बैंकिंग, रियल एस्टेट एवं फाइनेंशियल प्लानिंग में बारह वर्षों का अनुभव है एवं इन विषयों पर प्रमुख पत्रिकाओं में लेख भी लिखते हैं। संप्रति: यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में मुख्य प्रबंधक के पद पर कार्यरत |
Publisher : Prabhat Prakashan (1 January 2020); Prabhat Prakashan – Delhi
Language : Hindi
Hardcover : 216 pages
ISBN-10 : 9353229928
ISBN-13 : 978-9353229924
Item Weight : 340 g
Dimensions : 13.97 x 1.6 x 21.59 cm
Country of Origin : India
Packer : Prabhat Prakashan – Delhi
Generic Name : Books
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